v व्यापार वृद्धि तथा नजर उतारने के लिए, दूकान, आफिस या कार्यालय में सायंकाल एक
सफेद कपड़े पर
गेहूं और सरसों की 7 - 7 ढेरियां
रखें। इन पर एक एक काली मिर्च रखें।
7 निम्बू के 2-2 टुकड़े कर के इन ढेरियों पर रखें। निम्न
मंत्र का 7 बार पाठ
करें- ओम्
कपालिनी स्वाहा !
पाठ समाप्ति पर इस सारी सामग्री की पोटली बनाकर लाल मौली से
गांठ लगाकर बांध
लें और दूकान या घर में एक सिरे से आरंभ कर के चारों कोनों पर घुमा
कर बाहर ले आएं।
इस पोटली को होलिका में डाल दें।
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दूकान,आफिस, फैक्टरी या मकान में अक्सर होने वाली या अचानक चोरी
या नुक्सान, के
बचाव हेतु - सूखा
नारियल और तांबे का पैसा घर या दूकान में सात बार चारों कोनों में
घुमा कर होलिका
में डालें।
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धनवृद्धि हेतु होलिका में यह मंत्र ‘ ओम् श्रीं हृीं श्रीं महालक्ष्मय नमः ’ 108 बार पढ़ते जाएं
और शक्कर की आहुति
देते जाएं।
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रोग निराकरण के लिए एक सूखा नारियल, एक लौंग, काले तिल,
सरसों पीडि़त पर 7 बार
उल्टा घुमा के
होलिका में डालें।
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कार्यसिद्धि के लिए,
खोपे के दो आधे - आधे कटोरे की षक्ल में टुकड़े कर लें। इस में
कपूर, काले तिल, बर्फी ,सिंदूर, हरी इलायची, लौंग रख के इस मंत्र की एक माला करें-
ओम् हृीं क्लीं
फट् स्वाहा ! सामग्री को काले कपड़े में बांध कर होलिका में 7 परिक्रमा करके
अर्पित कर दें।
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दांपत्य जीवन में मिठास लाने के लिए - रुई की 108 बत्त्यिां देसी घी में भिगो के होलिका
में संबंध सुधार
की अनुनय सहित डालें।
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यदि आपको लगता है कि किसी ने आपके उपर तांत्रिक अभिचार किया
हुआ है जिसके
कारण आपकी प्रगति
ठप्प हो गई है तो देसी घी में भीगे दो लौंग ,एक बताषा,एक पान का
पत्ता होलिका दहन
में अर्पित करें।दूसरे दिन वहां की राख ला के षरीर पर मलें और नहा
लें। तांत्रिक अभिचार
दूर हो जाएगा
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यदि आपको लगता है कि बच्चे को किसी की नजर लग गई है तो -
देसी घी में भीगे पांच
लौंग ,एक बताषा,एक पान का पत्ता होलिका दहन में अर्पित करें। करें।दूसरे
दिन वहां की
राख ला के ताबीज
में भर के बच्चे को पहनाएं
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यदि आपके घर को बुरी नजर लग गई है उसे उतारने का यह
स्वर्णिम अवसर है। देसी घी में
भीगे दो लौंग ,एक बताषा, मिश्री ,एक पान का
पत्ता होलिका दहन में अर्पित करें। दूसरे दिन
वहां की राख ला के
लाल कपड़े में बांध के घर में रखें।
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यदि कोई आपकी धन वापसी में बेईमानी कर रहा है और आप मुकदमे
में नहीं पड़ना चाहते
तो - होलिका दहन
स्थल पर धन न लौटाने वाले का नाम जमीन पर अनार की लकड़ी से
त्रिकोण के अन्दर
लिखें और उस पर हरा गुलाल छिड़क दें।होलिका माता से धन वापसी की
प्रार्थना
करें।अगले दिन वहां से राख उठा के जल में उस व्यक्ति का नाम लेते हुए प्रवाहित
कर दें।
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यदि सरकार से बाधा है तो - होलिका में उल्टे चक्क्र लगाते
हुए आक की जड़ के 7
टुकड़े ,विरोधी का नाम लेते हुए डालें।
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यदि व्यापार में लगातार घाटा या आर्थिक हानि हो रही है तो-
होलिका दहन की सायं
दूकान या मकान के
मुख्य द्वार की चैखट पर गुलाल छिड़कें ,उस पर आटे का
बना चार
मुखी दीपक
जलाएं।उस दीपक को जलती होलिका में डाल आएं।
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गंभीर रोग यदि मेडीकल उपचार से भी ठीक नहीं हो रहा तो -
देसी घी में भीगे दो लौंग
,एक बताषा, मिश्री ,एक पान का
पत्ता होलिका दहन में अर्पित करें।दाएं हाथ में 4 गोमती
चक्र लेके रोग
मुक्ति की प्रार्थना करें।चक्र रोगी की पलंग के चारों पायों में चांदी की तार से
बांध दें।
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या - 11 गोमती चक्र
पीडि़त के उपर से 21 बार विपरीत
दिषा में घुमाएं और होलिका में
फेंक दें।या
दक्षिण दिषा में फेंकें। या दो लौग,
काले तिल, सरसों,नारियल 21 बार उसार के
अग्नि में डालें।
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यदि पति या पत्नि किसी के चंगुल मे है तो होली की 7 परिक्रमा करते हुए औरत या
उस पुरुश का नाम
लें 7 गोमती चक्र डालते
जाएं।
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यदि राज्यप्रकोप- हो तो तेजफल और गेहूं की एक मुट्ठी होलिका
में डालें ।
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किसी प्रकार का विवाद,
दोस्तों से मनमुटाव हो तो एक मुट्ठी चावल और 7 फूटी कौडि़यां
होलिका में भस्मित
करें।
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किसी प्रकार का भाइयों से मनमुटाव या भूमि विवाद हो तो 11 नीम की पत्तियां और
लाल चंदन ,होलिका दहन में अर्पित करें ।
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गले या वाणी संबंधी रोग के लिए- हरी मूंग की एक मुट्ठी
डालें।
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पिता या किसी बुजुर्ग से विवाद समाप्ति हेतु, हल्दी की 7 गांठें और एक मुटठी चने की
दाल डालें ।
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खांसी, अस्थ्मा से
पीडि़त व्यक्ति के उपर से सात बार उल्टा घुमा के - 48 बादाम
होलिका में समर्पित
करें।
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पु़त्र या पु़त्री से परेषानी, हो या वह कहने में न हो तो सूखे प्याज
लहसुन और हरा नींबू
डालें।
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ये अनुभूत उपाय हैं जिन्हें सदियों से हमारे देश में प्रयोग
कर लाभ उठाया जा रहा है।
Article Provided By
ज्योतिशाचार्य मदन गुप्ता ‘सपाटू
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